2 . दूध का सेवन ना करे :-
सावन के महीने में दूध का सेवन नहीं करना चाहिए, यही बात बताने के लिए श्रावण के महीने में भगवान शिव पर दूध चढ़ाने की प्रथा आरम्भ हुई थी. वैज्ञानिकों के अनुसार श्रावण के महीने में दूध वात बढ़ाने का काम करता है.
अगर दूध का सेवन करना हो तो दूध को खूब उबालकर ही प्रयोग में लाये. कच्चे दूध का सेवन ना करे. दूध के सेवन से उत्तम है उसे दही के रूप में परिवर्तित कर सेवन करे.लेकिन भाद्र मॉस में दही के सेवन से दूर रहे क्योकि दही का सेवन भाद्र मॉस में हानिकारक होता है.
3 . सावन में बेगन खाना है वर्जित :-
सावन में बैंगन खाना भी वर्जित माना गया है.सावन में महीने में साग के बाद बैंगन भी ऐसी सब्जी है जिसे खाना वर्जित माना गया है. इसका धार्मिक कारण यह है कि बैंगन को शास्त्रों में अशुद्घ कहा गया है. यही वजह है कि कार्तिक महीने में भी कार्तिक मास का व्रत रखने वाले व्यक्ति बैंगन नहीं खाते हैं.
वैज्ञानिक कारण यह है कि सावन में बैंगन में कीड़े अधिक लगते हैं. ऐसे में बैंगन का स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. इसलिए सावन में बैंगन खाने की मनाही है.
4 . इन लोगो का अपमान न करे :-
सावन के महीने में इस बात विशेष ख्याल रखे की आप से कही बुजुर्ग, माता-पिता, गुरु, भाई, पति अथवा पत्नी, मित्र व ज्ञानी लोगो का अपमान न हो जाये. श्रावण माह में इन बातो का पालन अवश्य होना चाहिए अन्यथा भगवान शिव की कृपा प्राप्त नहीं होती.